कजान: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को ब्रिक्स देशों की मीटिंग के दौरान वित्त, ग्लोबल साउथ, रूस-यूक्रेन यु्द्ध और गाजा के संघर्ष पर बड़ा बयान दिया। जिनपिंग ने वित्तीय और आर्थिक सहयोग को गहरा करने का आग्रह करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय वित्तीय आर्किटेक्चर में सुधार की आवश्यक्ता और भी ज्यादा जरूरी होती जा रही है। रूस के कजान शहर में 16वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन चल रहा है। इस दौरान शी ने यूक्रेन संकट में जल्द से जल्द तनाव कम करने और युद्धक्षेत्र का और विस्तार नहीं करने का आह्वान किया।जिनपिंग ने लेबनान और गाजा में युद्धविराम का आह्वान किया। जिनपिंग ने कहा, 'दुनिया अशांत परिवर्तन के एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। हमें एक शांतिपूर्ण ब्रिक्स बनाने की जरूरत है, जो आम सुरक्षा का संरक्षक बनें।' उन्होंने कहा, 'हमें वित्तीय और आर्थिक सहयोग को गहरा करना चाहिए। हमें ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज को बुलंद करने की जरूरत है।'
यूक्रेन युद्ध पर हुई चर्चा
चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग, भारतीय पीएम मोदी और अन्य ब्रिक्स नेताओं ने पुतिन के साथ यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की। ब्रिक्स में दुनिया की 45 फीसदी आबादी और 35 फीसदी अर्थव्यवस्था का हिस्सा है। रूस में हो रहे इस सम्मेलन के जरिए पुतिन ने दिखाने की कोशिश की है कि यूक्रेन युद्ध के कारण उन्हें अलग-थलग करने का प्रयास नाकाम रहा है। पुतिन के साथ एक अलग मीटिंग में जिनपिंग ने चीन के दृढ़ समर्थन का आश्वासन दिया।
क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आज के समय दुनिया के सामने युद्ध, संघर्ष समेत कई समस्याएं हैं। इनसे निपटने के लिए ब्रिक्स अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस बीच पुतिन ने यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए ब्रिक्स नेताओं की ओर से किए गए मध्यस्थता के प्रयासों का स्वागत किया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि कई देशों ने संघर्ष को सुलझाने के लिए अधिक सक्रिय रूप से योगदान देने की इच्छा जताई है।